शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं Shiv chaisa पुरारी॥
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
स्वामी एक है shiv chalisa lyricsl आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
जय जय जय अनन्त shiv chalisa in hindi अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥